शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों में देशभक्ति की भावना भरने के लिए निर्णय लिया है कि राज्य के सभी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान गाया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, सभी उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में प्रतिदिन अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का भी निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि इन गतिविधियों से युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जागृत होगी तथा एकता और अखंडता की भावना को बढ़ावा मिलेगा, जिससे वे राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी कदम उठा रही है। इसके तहत शारीरिक शिक्षा और योग को पाठ्यक्रम में अनिवार्य विषय बनाया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी स्कूलों में विद्यार्थी प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट शारीरिक व्यायाम के लिए समर्पित करें।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और आयुष विभागों के सहयोग से छात्रों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, जिससे छात्रों को महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कौशल से लैस किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सुधार समग्र शिक्षा प्रदान करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं, जो न केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य, राष्ट्रीय गौरव और नागरिक जिम्मेदारी पर भी केंद्रित है।
बयान में कहा गया है कि इन तत्वों को छात्रों की दैनिक दिनचर्या में शामिल करके सरकार का लक्ष्य एक अधिक लचीली, एकजुट और देशभक्त भावी पीढ़ी का निर्माण करना है।
इसके अतिरिक्त, सभी उच्च एवं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में प्रतिदिन अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का भी निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि इन गतिविधियों से युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जागृत होगी तथा एकता और अखंडता की भावना को बढ़ावा मिलेगा, जिससे वे राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी कदम उठा रही है। इसके तहत शारीरिक शिक्षा और योग को पाठ्यक्रम में अनिवार्य विषय बनाया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी स्कूलों में विद्यार्थी प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट शारीरिक व्यायाम के लिए समर्पित करें।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और आयुष विभागों के सहयोग से छात्रों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, जिससे छात्रों को महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कौशल से लैस किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सुधार समग्र शिक्षा प्रदान करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं, जो न केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य, राष्ट्रीय गौरव और नागरिक जिम्मेदारी पर भी केंद्रित है।
बयान में कहा गया है कि इन तत्वों को छात्रों की दैनिक दिनचर्या में शामिल करके सरकार का लक्ष्य एक अधिक लचीली, एकजुट और देशभक्त भावी पीढ़ी का निर्माण करना है।