नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में वस्तु एवं सेवा कर परिषद की 53वीं बैठक की अध्यक्षता की।
इससे पहले दिन में वित्त मंत्री सीतारमण ने उच्च स्तरीय बैठक की भी अध्यक्षता की थी। बजट पूर्व बैठक सभी देशों के वित्त मंत्रियों के साथ राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशआगामी कार्य के लिए इनपुट एकत्रित करना केंद्रीय बजट 2024-25.
बजट-पूर्व बैठक में राज्य मंत्रियों और अन्य महत्वपूर्ण हितधारकों को एक साथ लाया गया है।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी भी उपस्थित थीं।
बजट की तैयारी के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कुछ दिन पहले ही विभिन्न आर्थिक हितधारकों के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया था। सीतारमण ने अर्थशास्त्रियों, वित्त और पूंजी बाजार के विशेषज्ञों के साथ-साथ उद्योग निकायों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया।
वित्त मंत्री ने 19 जून को प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ पहली बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों, राजस्व, वित्तीय सेवाओं और कॉर्पोरेट मामलों के विभागों के सचिव तथा मुख्य आर्थिक सलाहकार शामिल हुए।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा, “आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को बुलाकर प्री-बजट मीटिंग की, सुझाव लिए और मुझे राजस्थान से भी अपनी मांगें यहां रखने का अवसर मिला है और निश्चित रूप से, आज मैंने राजस्थान की सभी प्रमुख मांगें मांगी हैं।
नई सरकार के गठन के बाद पहली बार जीएसटी परिषद की बैठक हुई।
(एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के साथ)
इससे पहले दिन में वित्त मंत्री सीतारमण ने उच्च स्तरीय बैठक की भी अध्यक्षता की थी। बजट पूर्व बैठक सभी देशों के वित्त मंत्रियों के साथ राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशआगामी कार्य के लिए इनपुट एकत्रित करना केंद्रीय बजट 2024-25.
बजट-पूर्व बैठक में राज्य मंत्रियों और अन्य महत्वपूर्ण हितधारकों को एक साथ लाया गया है।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी भी उपस्थित थीं।
बजट की तैयारी के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कुछ दिन पहले ही विभिन्न आर्थिक हितधारकों के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया था। सीतारमण ने अर्थशास्त्रियों, वित्त और पूंजी बाजार के विशेषज्ञों के साथ-साथ उद्योग निकायों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया।
वित्त मंत्री ने 19 जून को प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ पहली बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों, राजस्व, वित्तीय सेवाओं और कॉर्पोरेट मामलों के विभागों के सचिव तथा मुख्य आर्थिक सलाहकार शामिल हुए।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा, “आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को बुलाकर प्री-बजट मीटिंग की, सुझाव लिए और मुझे राजस्थान से भी अपनी मांगें यहां रखने का अवसर मिला है और निश्चित रूप से, आज मैंने राजस्थान की सभी प्रमुख मांगें मांगी हैं।
नई सरकार के गठन के बाद पहली बार जीएसटी परिषद की बैठक हुई।
(एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के साथ)