नई दिल्ली: भारत ने रविवार को 14 सदस्यीय संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। आईपीईएफ (हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा समृद्धि के लिए) ब्लॉक के स्वच्छ और निष्पक्ष अर्थव्यवस्था पर समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है।
वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन समझौतों से स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों के विकास, पहुंच और उपयोग को सुगम बनाने, निवेश को बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार विरोधी उपायों, कर पारदर्शिता आदि को मजबूत करने तथा कारोबारी माहौल में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
जून में सिंगापुर में आईपीईएफ ब्लॉक के 13 सदस्यों ने इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, जबकि भारत ने कहा था कि वह घरेलू मंजूरी मिलने के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा।
इस समझौते पर हस्ताक्षर स्वच्छ अर्थव्यवस्था इसका उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा, जीएचजी (ग्रीनहाउस गैस) उत्सर्जन शमन, तथा अन्य बातों के अलावा जीवाश्म ईंधन ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के अभिनव तरीके विकसित करने की दिशा में आईपीईएफ भागीदारों के प्रयासों में तेजी लाना है।
वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन समझौतों से स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों के विकास, पहुंच और उपयोग को सुगम बनाने, निवेश को बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार विरोधी उपायों, कर पारदर्शिता आदि को मजबूत करने तथा कारोबारी माहौल में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
जून में सिंगापुर में आईपीईएफ ब्लॉक के 13 सदस्यों ने इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे, जबकि भारत ने कहा था कि वह घरेलू मंजूरी मिलने के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा।
इस समझौते पर हस्ताक्षर स्वच्छ अर्थव्यवस्था इसका उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा, जीएचजी (ग्रीनहाउस गैस) उत्सर्जन शमन, तथा अन्य बातों के अलावा जीवाश्म ईंधन ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के अभिनव तरीके विकसित करने की दिशा में आईपीईएफ भागीदारों के प्रयासों में तेजी लाना है।